Delhi में इन तीन चरणों में बनने वाले हैं औद्योगिक क्षेत्र, हजारों युवाओं को मिलेगा रोजगार

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Delhi में इन तीन चरणों में बनने वाले हैं औद्योगिक क्षेत्र, हजारों युवाओं को मिलेगा रोजगार, दिल्ली में विकास का कार्य काफी तेजी से चल रहा है। दिल्ली सरकार बड़े स्तर पर कार्य कर रही है। हाल ही में दिल्ली के पास के इलाकों में रोजगार के साथ औद्योगिक क्षेत्र को पूर्ण विकास को लेकर बड़ा अपडेट सामने आ रहा है।

दिल्ली के 26 नॉन कंफर्मिंग औद्योगिक इलाके और एक गोदाम क्लस्टर के पुनर विकास का लंबे समय से इंतजार किया जा रहा था। अब उनका ये इंतजार खत्म होने वाला है। जून का आखिरी महीने तक सरकार इस काम को खत्म करने वाली है।

15 लाख लोगों को मिलेंगे रोजगार के अवसर-

दिल्ली के इस इलाकों में लगभग 51 हजार से भी ज्यादा औद्योगिक यूनिट है। दिल्ली में लोगों की सुविधाओं के लिए अच्छी यातायात व्यवस्था होने के बाद रोजगार के अवसर बढ़ गए है। इस योजना के लागू होने के बाद 15 लाखों लोगों को रोजगार के अवसर मिलने वाले है।

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सरकार अब इस योजना के अंतिम चरण पर आ गई है। 2 साल में इस योजना को लेकर कई बैठके भी हो चुकी है। इस वजह से ही इस काम को जल्दी पूरा किया जाएगा। 10 लाख से अधिक वर्ग मीटर क्षेत्र में दिल्ली का ये नॉन परफार्मिंग औद्योगिक इलाका फैला हुआ है।

3 चरणों में होगा कंंपनी का चुनाव (Delhi)– 

अलग-अलग कंपनियों के माध्यम से निविदा को चुना जाएगा। इसमें 3 चरणों से कंपनी का चुनाव किया जाएगा। पहले चरण में 40 प्रतिशत और दूसरे चरण में 25 प्रतिशत और तीसरे चरण में 35 प्रतिशत कंपनी को चुना जाएगा।

500 वर्गमीटर से अधिक प्लॉट का क्षेत्रफल औद्योगिक क्षेत्र में होगा। निर्माण के बाद 70 प्रतिशत जमीन का कवरेज किया जाएगा। पार्किंग, सब स्टेशन समेत आपको हरित क्षेत्र सहित कई सुविधाएं मिलेगी।

जमीन के लेआउट और डिजाइन को किसी भी प्रकार का कोई नुकसान नहीं होगा। इसके लिए Gpm को आर्डिनेट्स को तैनात किया जाएगा। कहा जा रहा है कुछ महीने में ही लेआउट योजना बनाई जाएगी। फिर उसी के ऊपर काम किया जाएगा।

औद्योगिक यूनिट को चलाने की नहीं है अनुमति-

दिल्ली की इस जगह पर 70% औद्योगिक यूनिट चल रही हैं, लेकिन आपको बता दें कि औद्योगिक यूनिट को चलाने के अनुमति वहां पर नहीं है। अब ये औद्योगिक इकाइयां धीरे-धीरे आवासीय क्षेत्रों में खुल रही है।

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इन क्षेत्रों को सरकार ने नॉन-कंफर्मिंग का नाम दिया है। इन क्षेत्रों में दिल्ली के आनंद पर्वत, शाहदरा, समयपुर बादली, जवाहर नगर, लिबासपुर, हस्तताल पॉकेट-ए, हैदरपुर, करावल नगर, डाबड़ी, रणहौला, टीकरी कलां, मुंडका फिरनी रोड, बसई दारापुर, प्रहलादपुर और अन्य क्षेत्र शामिल हैं।

लेकिन अब सरकार इनका पुननिर्माण करना चाहती है। इसके लिए वह अनुमति चाहती है। आठ फिटी जगह पार्क और हरित क्षेत्र के लिए रखी जाएगी। बता दें कि 40 प्रतिशत इलाके में सार्वजनिक सुविधाओं और 10 प्रतिशत पार्किंग एसटीपी प्लांट सर्विस लेस और 330 प्रतिशत इलाके में एक्टिविटी के लिए आरक्षित किया जाएगा।